Saturday, August 14, 2010

Tirangyache Manogat....तिरंग्याचे मनोगत ....

Tirangyache Manogat....तिरंग्याचे  मनोगत ....

1 comment:

  1. मेरा अज़्म इतना बलंद है कि पराये शोलों का डर नही मुझे ख़ौफ़ आतिशे-गुल से है कही ये चमन को जला न दे । देशातील अंतर्गत दहशतवाद्यान पासून या देशाला खरा धोका आहे

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